तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते हों, तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते...
बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है। बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है।
गर्व में तेरे पला बढ़ा मैं नौ महीने बोझ उठाया दर्द दिया जब पैदा हुआ मेरे लिए माँ तूने गर्व में तेरे पला बढ़ा मैं नौ महीने बोझ उठाया दर्द दिया जब पैदा हुआ मेरे लिए म...
एक सपना...। एक सपना...।
ना हो आज़ादी मेरे हिस्से ना सही लेकिन फाँसी का तो अब मुझे तख़्त दो !" ना हो आज़ादी मेरे हिस्से ना सही लेकिन फाँसी का तो अब मुझे तख़्त दो !"
अब भी जनक सुता अयोध्या मे तनिक सुख ना पाती है, कौशल्या की सुत सुख की मृगतृष्णा अधूरी । अब भी जनक सुता अयोध्या मे तनिक सुख ना पाती है, कौशल्या की सुत सुख की मृगतृष्...